Publisher's Synopsis

यदि आप चिंता से दूर रहना चाहते हैं तो वही कीजिये जो सर विलियम ऑसलर ने किया था अर्थात् आज की परिधि में रहिये। भविष्य की चिंता मत कीजिये। रोज नई जिंदगी की शुरुआत करें। यदि चिंता आपको लाचार करे तो विलियम एच कैरियर के सूत्र का प्रयोग कीजिए- (क) मन-ही-मन प्रश्न कीजिये कि समस्या का समाधान न मिलने से क्या अनिष्ट हो सकता है । (ख) यदि आवश्यक हो तो मन में अनिष्ट को स्वीकार कर लीजिये । (ग) शांत चित्त से मन-ही-मन स्वीकृत उस अनिष्ट को सुधारने का प्रयास कीजिये। डेल कारनेगी की यह किताब आधुनिक मनुष्य के जीवन में आने वाली समस्याओं से निपटने के लिये अत्यंत सहायक सिद्ध होगी। इसका कारण यह है कि इस पुस्तक में कारनेगी ने मनुष्य के जीवन में आने वाली तमाम तरह की समस्याओं के केंद्र में चिंता को रखकर उससे निजात दिलाने वाले तरीकों की बड़े ही विस्तृत ढंग से चर्चा की है। - प्रकाशक की ओर से।

Book information

ISBN: 9788194883562
Publisher: Repro India Limited
Imprint: Prabhakar Prakashan
Pub date:
Language: Hindi
Number of pages: 192
Weight: 390g
Height: 216mm
Width: 140mm
Spine width: 14mm